शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सभी के सुझाव लेः धन सिंह रावत
देहरादून। बुनियादी स्तर की शिक्षा पाठ्यचर्या की रूपरेखा दस्तावेज का शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने लोकार्पण किया। उन्होंने दस्तावेज का डिजिटल लोकार्पण कर इस दस्तावेज को जन सामान्य के लिए वेबसाइट पर लॉन्च भी किया।
शिक्षा मंत्री द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत प्रारंभ किया गया। शिक्षा मंत्री डा. रावत ने समस्त डाइट प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में हमारी विरासत पुस्तक डाइट के माध्यम से प्रकाशित की जाए। इसके लिए समाज के लोगों से सहयोग लिया जाए। साहित्यकारों को बुलाया जाए। बच्चों से भी संवाद किया जाए। महिला मंगल दल और अभिभावकों को बुलाकर उनके विचार भी लिए जाएं। उसके पश्चात ही क्षेत्र विशेष पर आधारित इस दस्तावेज को पब्लिस किया जाए। अपने राज्य में हम किस प्रकार शिक्षा को और बेहतर बना सकते हैं। इस पर तमाम लोगों के सुझावों को इसमें समाहित किया जाए।
शिक्षा विभाग को एससीएफ के लोकार्पण की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि पूरे राष्ट्र में इस दस्तावेज को तैयार कर लोकार्पित करने में उत्तराखंड राज्य प्रथम स्थान पर रहा है। इसके अतिरिक्त बाल वाटिका प्रारंभ करने में भी उत्तराखंड ने अपना स्थान बनाये रखा है।
महानिदेशक विद्यालय शिक्षा बंशीधर तिवारी ने बुनियादी स्तर हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा दस्तावेज के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति. 2020 हमें दिशा देती है की शिक्षा में संस्कार कैसे समाहित किए। निदेशक प्रारंभिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल ने भारतीय संस्कृति के मूल्य तत्व धर्म अर्थ काम और मोक्ष पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चे की शिक्षा में इनका बहुत अधिक महत्व है। एससीएफएफएस बच्चों के संपूर्ण विकास में सहायक सिद्ध होगा।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्रीमती सीमा जौनसारी ने एससीएफएफएस के लोकार्पण पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि इस दस्तावेज के निर्माण में 8 महीने की कड़ी मेहनत है। यह दस्तावेज बॉटम टू अप अप्रोच के आधार पर बना है। यह महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग का एक संयुक्त प्रयास है। कार्यक्रम समन्वयक श्री रविदर्शन तोपाल ने विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा का विजन और इसके पांच महत्वपूर्ण भागों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विद्यालय शिक्षा के लिए राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा निर्माण कार्यशाला का शुभारंभ शिक्षा मंत्री ने किया। मार्गदर्शन हेतु गेस्ट स्पीकर के रूप में फिलासफी ऑफ़ एजूकेशन पर मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावतए तथा भारतीय ज्ञान पद्धति पर डॉ कृष्ण झरे ने ह्यूमैनिटी एंड सोशल साइंस पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के समापन सत्र में संयुक्त निदेशक एनसीईआरटी श्रीमती कंचन देवरानी द्वारा सभी आगंतुकों प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
इस कार्यक्रम में श्रीमती सीमा जौनसारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा, राम कृष्ण उनियाल निदेशक प्रारंभिक शिक्षा, अजय कुमार नौडियाल, अपर निदेशक एससीईआरटी, महावीर सिंह बिष्ट अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा, ललित मोहन चमोला, अपर निदेशक महानिदेशालय, शिव प्रसाद खाली अपर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सहित शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग से मोहित चौधरी के साथ ही विभिन्न संस्थाओं से आए प्रधानाचार्य प्रवक्ता अध्यापक, एनजीओ के सदस्य आदि ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की।