उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाइवे को जोड़ने वाली निर्माणाधीन सुरंग धंसने से लगभग 40 मजदूरों की जान जोखिम में है। हालांकि, घटना के बाद स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियों की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है। उत्तरकाशी के प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सुरंग में भूस्खलन से करीब 36 मजदूरों के फंसने की पुष्टि हुई है। फिलहाल इस घटना में अभी तक कोई बुरी खबर नहीं आई है।
एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह जिला नियंत्रण कक्ष उत्तरकाशी से सूचना मिली कि उत्तरकाशी के ब्रह्मखाल बड़कोट के बीच सुरंग धसने के कारण 36 व्यक्तियों के फंसे होने की आशंका है। मौके पर एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है। इस सूचना पर सेनानायक SDRF, मणिकांत मिश्रा द्वारा तत्काल निरीक्षक जगदम्बा विजलवान के नेतृत्व में एसडीआरएफ रेस्क्यू टीमों को मय आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल के लिए रवाना होने के लिए निर्देशित किया गया। घटनास्थल पर पहुंचकर एसडीआरएफ ने अन्य बचाव इकाइयों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरु कर दिया। फिलहाल किसी के साथ अनहोनी की खबर नहीं है।
आल वेदर रोड के तहत बन रही 4 किमी सुरंग
आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत तैयार की जा रही सुरंग की लंबाई 4.5 किमी है। इसमें से चार किमी तक निर्माण पूरा कर लिया गया है। पहले सुरंग निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य सितंबर 2023 था, लेकिन अब मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्लांट में जिम्मेदार अफसर भी निगाह बनाए हुए है और कुछ दिनों की रिजर्व ऑक्सीजन की भी व्यवस्था है।
सुरंग में 40 लोगों के फंसने की चर्चा
उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का काम चल रहा है। सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन में नवयुगा कंपनी कर रही है। जानकारी के अनुसार सुरंग के अंदर 40 से ज्यादा मजूदर फंसे हैं। जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि सुरंग के अंदर कुल कितने श्रमिक फंसे हैं। कंपनी की ओर से मलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा है। मौके पर पांच 108 एंबुलेंस तैनात की गई हैं
सुबह 5 बजे भूस्खलन से हुआ हादसा
गढ़वाल रेंज के डीआईजी करन सिंह ने बताया कि इस घटना में अभी किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए है। जानकारी के अनुसार, हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे हुआ। सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं।