भवाली। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर सुप्रसिद्ध कैंची क्षेत्र में शनिवार को तड़के से ही आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। शनिवार को बाबा नीम करौरी के दर पर मत्था टेकने के लिए लाखों भक्त कैंची धाम पहुंचें। कोसी घाटी से भी हजारों ग्रामीण परिवार संग बाबा के दरबार में पहुंचो। कुछ लोगों ने मध्य रात्रि ही मुख्य गेट पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। पूरे दिन बाबा जी का प्रसाद ग्रहण करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही।
आम से लेकर खास तक हर कोई बस अपने आराध्य बाबा नीम करौरी के दर पर पहुंचने को बेचैन दिखाई दिया। सुबह से शाम तक सूदूर गांवों से लोगों का सपरिवार कैंची धाम पहुंचने का सिलसिला रहा। कई लोग घरों में मालपुए तैयार कर बाबा को भोग लगाने के लिए लाए।
कैंची धाम मंदिर के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रत्येक साल यहां 15 जून को मेला लगता है। इस मेले में अधिक संख्या में श्रद्धालु आते हैं और नीम करोली बाबा के दर्शन करते हैं। इस दिन यहां पर बेहद खास रौनक देखने को मिलती है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में मांगी हर मुराद नीब करौरी पूरी करते हैं।
प्रतिवर्ष 15 जून को कोसी घाटी के गांवों व बाजार के लोग घरों व दुकानों की साफ सफाई कर सुबह से ही धाम पहुंचने लगते हैं। हमेशा ही उत्सव जैसा माहौल बन जाता है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सभी कैंची धाम पहुंचकर बाबा के दर पर शीश झुकाते हैं। बाबा के धाम में महाप्रसाद के तौर पर बांटे जाने वाले मालपुए भी लोग अपने घरों में तैयार कर बाबा को भोग लगाते हैं। किसी कारणवश यदि परिवार का कोई सदस्य कैंची धाम नहीं पहुंच पाता तो उसके लिए मालपुए का महाप्रसाद घर लाया जाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाबा नीब करौरी जी महाराज की पावन तपोस्थली श्री कैंची धाम के प्रतिष्ठा दिवस के पावन अवसर पर अनेक श्रद्धालुओं ने श्री कैंची धाम के दर्शन किए। प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर मंदिर की व्यवस्था के उचित प्रबंधन हेतु स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस विभाग समेत मंदिर प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। बाबा नीब करौरी जी महाराज की कृपा आप सभी भक्तों पर बनी रहे, ऐसी कामना करता हूं।