उत्तरकाशी। मोरी ब्लॉक के सालरा गांव में लगी आग को नियंत्रित कर लिया गया है। तहसीलदार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि आग फैलने से 10 आवासीय मकान जलकर पूर्ण क्षतिग्रस्त हुये हैं तथा 04 आवासीय मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हुये हैं। 01 कुठार भी जलकर क्षतिग्रस्त हुआ है। आग को ग्रामीणों द्वारा नियंत्रित कर दिया गया है। आग को बुझाने में 06 व्यक्ति आग से झुलसकर घायल हुये हैं। जिसमें से एक व्यक्ति यमराज थापा पुत्र रेशम थापा को प्राथमिक उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र मोरी भेजा गया है। अन्य घायल अभी गाँव में ही उपचार कर रहे। अन्य किसी प्रकार की जन एवं पशु हानि नहीं हुई है।
इस संबंध में तहसीलदार मोरी के द्वारा जिलाधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार आज पूर्वाह्न 11 बजे ग्राम सालरा तहसील मोरी में अनिल सिह पुत्र रणवीर सिह के आवासीय मकान मे शॉर्ट सर्किट होने से आग लगने की जानकारी मिली थी। तहसीलदार मोरी,राजस्व उपनिरीक्षक मोरी, अग्निशमन, एस.डी.आर.एफ., पुलिस, वन विभाग, पशु विभाग की टीम के साथ ग्राम सालरा गांव में मौजूद है। उपजिलाधिकारी पुरोला भी गांव पहुंच रहे हैं। इस घटना में प्रभावित 22 परिवारों को तत्काल राहत सहायता हेतु प्रति परिवार 5000 रूपये अहेतुक सहायता, 01-01 तिरपाल व 2-2 कम्बल वितरण हेतु ग्राम सालरा भेजा गया है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने उपजिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा को सालरा गाँव भेजते हुए प्रभावितों के रहने व खाने तथा उपचार की व्यवस्था करने के साथ ही सभी प्रभावितों को तुरंत सहायता राशि वितरित करने की भी हिदायत दी है। सालरा गांव में आग लगने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन द्वारा तत्काल राहत एवं बचाव टीमो को गांव के लिए रवाना करवाया गया था। लगभग 8 किमी की पैदल दूरी पर स्थित सालरा गांव में अग्निशमन एवं रेस्क्यू अभियान के लिये जरूरत पड़ने पर प्रशासन के द्वारा वायुसेना को हेलिकॉप्टर तैयार रखने का आग्रह भी किया गया था।
अग्निकांड प्रभावित सालरा गांव में आग को बुझाने के बाद प्रशासन के द्वारा प्रभावित लोगों को तत्काल अहेतुक सहायता राशि व राहत सामग्री भी वितरित कर दी गई है। उप जिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा ने ग्रामीणो को राहत राशि वितरित की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सालरा गांव में कई मकानों में आग लगने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। स्थानीय प्रशासन और SDRF की टीमें आग बुझाने के कार्यों में जुटी हुई हैं। राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है।