टनकपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जनपद चम्पावत के टनकपुर के रामलीला मैदान में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर विभिन्न लाभार्थियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न योजना अंतर्गत लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए एन आर एल एम के अंतर्गत 9 महिला समूह को एक-एक लाख के चेक, सहकारी विभाग के 10 साधन सहकारी समितियां को 13 लाख के चेक प्रदान करने के साथ ही 10 महिला लाभार्थियों को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने 10 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही नगर पालिका के 11 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया है, उनके आह्वान पर आज देशवासियों ने इस यात्रा की कमान संभाल ली है। देश के सभी राज्यों के लाभार्थी इस यात्रा से काफी उत्साहित हैं। ’मोदी की गारंटी वाली गाड़ी’ का स्वागत सत्कार लोग नए-नए तरीके से कर रहे हैं। आम जनता को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना तथा वंचित लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाना सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा जनहितैषी योजनाओं पर केंद्रित है। यात्रा के लिए ग्रामीण क्षेत्र की 19 तथा शहरी क्षेत्र की 15 योजनाएं चिन्हित की गई हैं, इनमें स्वस्थ भारत मिशन, खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, उचित पोषण, गरीबों के लिए आवास, वित्त पोषण सेवाओं और सामाजिक सुरक्षा से संबंधित योजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की गारंटी वाला वाहन हर गांव, हर पंचायत में पहुंच रहा है जिसका मकसद विकसित भारत का निर्माण करना है। इस यात्रा का संकल्प 2047 तक भारत को हर प्रकार से विकसित करना है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत राज्य में 63 हजार से भी अधिक प्रतिभागियों को अभी तक इसमें योजनाओं का लाभ मिल चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस यात्रा अंतर्गत उन वंचित लोगों को लाभार्थी बनाने का कार्य किया जा रहा है जो पहले योजनाओं से वंचित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा मंगलवार को टनकपुर के उचोलिगोठ निवासी गीता देवी जिन्हें बाघ द्वारा घायल कर दिया गया था इस दौरान उन्हें बाघ के हमले से बचाने में जानकी देवी तथा पार्वती देवी द्वारा की गई मदद के लिये दोनों महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।