देहरादून। सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द द्वारा आज 3 जुलाई 2025 से शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार में शिव महापुराण कथा का शुभारंभ किया गया। कथा के प्रथम दिवस में आज सुबह सरस्वती विहार ब्लॉक-इ हरिद्वार बायपास से कलश यात्रा शुरू की गई।
सर्वप्रथम समिति के पदाधिकारी द्वारा कथा व्यास पंडित सूर्यकांत बलूनी जी का स्वागत किया गया उसके उपरांत कलश यात्रा सरस्वती विहार के विभिन्न ब्लाकों से होते हुए शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार में पहुंची। कलश यात्रा के दौरान मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, इसके बावजूद क्षेत्र के लोगों द्वारा कलश यात्रा निरंतर जारी रखी । साथ ही जगह-जगह पर क्षेत्र के दुकानदारों ने अपने-अपने संस्थान के आगे कलश यात्रा का भव्य स्वागत के साथ-साथ भक्तजनों के लिए जलपान की व्यवस्था भी की।
कॉलोनी के बच्चों ने शिव और पार्वती बनकर कलश यात्रा की शोभा बढ़ाई साथ ही कुछ कलाकारों ने शिव के गण बनकर शिव के भजनों में जमकर मनमोहक नृत्य किया। कलश यात्रा में क्षेत्र की महिलाओं ने वरिष्ठ नागरिकों ने बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी की।
प्रथम दिन की कथा में कथा व्यास पं सूर्यकांत बलूनी ने कहा कि शिव कथा मानव कल्याण के लिए हितकारी है। वर्तमान में मन की वृति व बौद्धिक क्षमता के परिणाम पर्यावरण प्रदूषण के रूप में स्पष्ट नजर आते हैं।
उन्होंने कहा कि आत्म तत्व मन से भी श्रेष्ठ तत्व है जो मन की वृत्ति को नियंत्रित करता है। मुझे इस बात की भी अपार प्रसन्नता है कि समिति ने इस शिव महापुराण कथा में प्रकृति पर्यावरण संरक्षण, जल संचय, स्वच्छता, समाज की दशा व दशा सुधार, स्वस्थ समाज, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि सामाजिक विषयों का चिंतन करते हुए अपने उद्देश्यों में रखा है।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष श्री पंचम सिंह बिष्ट, सचिव श्री गजेंद्र भंडारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री बीएस चौहान, उपाध्यक्ष श्री कैलाश राम तिवारी, समिति के प्रचार सचिव एवं क्षेत्रीय पार्षद श्री सोहन सिंह रौतेला, मंदिर संयोजक श्री मूर्ति राम बिजलवान सह संयोजक श्री दिनेश जुयाल, वरिष्ठ मंत्री श्री अनूप सिंह फर्तियाल, कोषाध्यक्ष श्री विजय सिंह रावत,श्री मंगल सिंह कुट्टी, श्री जयपाल सिंह बर्तवाल, श्री जयप्रकाश सेमवाल, श्री मुकेश चमोली,आचार्य पं उदय प्रकाश नौटियाल, आचार्य पं सुशांत जोशी. पं अखिलेश बधानी, श्री बग्वालिया सिंह रावत, श्री बीपी शर्मा, श्री मोहन सिंह भंडारी,श्री जी एस तरियाल, श्री कैलाश रमोला,श्री नरेंद्र रावत, श्री एसएस नेगी, श्री एस एस गुसाई, श्री कुंदन सिंह राणा, श्री सुमेर चंद रमोला, श्री दिनेश गुसांईं, श्री कुमेर चंद रमोला, श्री संजीवन प्रसाद कुकशाल, श्री प्यारेलाल बेलवाल, श्री लेखराज सिंह बिष्ट, श्री उमराव सिंह राणा, श्री दिनेश जोशी, श्री विजय सिंह राणा आदि उपस्थित थे।