चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में पहाड़ खिसकने से बड़ी दुर्घटना हो गई। बताया जा रहा है कि शनिवार को निर्माणाधीन विष्णुगाढ़- पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के हेलंग डैम साइट पर भूस्खलन से आठ मजदूर घायल हो गए। हादसे के समय साइट पर करीब 40 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि हेलंग में हुई घटना के दौरान किसी भी व्यक्ति के मारे जाने की सूचना नहीं है। आठ लोग घायल हुए हैं। चार लोगों का टीएचडीसी चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है जबकि गंभीर रूप से घायल दो लोगों को स्वामी विवेकानंद हॉस्पिटल पीपल कोठी में उपचार के लिए भेजा गया है। घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और परियोजना प्रबंधन द्वारा राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। घायलों को निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। सभी की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मजदूर रोज़ की तरह साइट पर काम कर रहे थे तभी अचानक ऊपर से चट्टानें और मलबा गिरने लगा। किसी को संभलने का मौका नहीं मिला और कुछ मजदूर मलबे की चपेट में आ गए। हादसे के बाद अफरातफरी मच गई।
विष्णुगढ़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (444 मेगावाट) का संचालन राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC) कर रहा है। यह परियोजना पिछले कई वर्षों से निर्माणाधीन है और इसे अलकनंदा नदी पर बनाया जा रहा है।
इस क्षेत्र में फरवरी 2021 में ऋषिगंगा और तपोवन के बीच भीषण आपदा आई थी, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे और जल विद्युत परियोजनाओं को भारी नुकसान हुआ था। ऐसे में ताज़ा भूस्खलन ने फिर से इलाके की भौगोलिक संवेदनशीलता को उजागर कर दिया है। घटना के बाद जिला प्रशासन ने परियोजना प्रबंधन को सुरक्षा मानकों की समीक्षा के निर्देश दिए हैं। साथ ही भूस्खलन के कारणों की जांच भी शुरू कर दी गई है।
बारिश से पहाड़ खिसकने की आशंका थी
क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे पहाड़ी ढलानों पर दबाव बना हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक, लगातार बारिश की वजह से मिट्टी और चट्टानों में ढीलापन आ जाता है, जिससे भूस्खलन की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, परियोजना प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ामों का दावा किया जाता रहा है।