देहरादून। प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत का नाम वोटिंग लिस्ट में न होने की वजह से वो निकाय चुनाव में वोट नहीं डाल सके। पूर्व सीएम ने इसके लिए हालांकि किसी को दोषी नहीं ठहराया और कहा कि वे आगे से सतर्क रहेंगे। यद्यपि उन्होंने उनका नाम वोटिंग लिस्ट के कटने पर कहा कि यह इस बात का सूचक है कि भाजपा का काम यही है सही नाम काटो और फर्जी नाम जोड़ो। निकाय चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी पूर्व सीएम या बड़े नेता का इस तरह से वोट कटा हो। हरीश रावत ने कहा कि मैं निराश हूँ की मैं वोट नहीं कर पा रहा हूँ। उनके अनुसार वोट के लुटेरों ने उनके वोट क़ो भी ग्रहण लगा दिया उनके अनुसार ये मेरी गलती भी हैं कि मैं अपने अधिकार की रक्षा नहीं कर पाया।
उधर, देर शाम डीएम देहरादून सविन बंसल के अनुसार पूर्व सीएम हरीश रावत का परिवार सहित वोटर लिस्ट में डिफेंस कालोनी की सूची में नाम दर्ज है।
दूसरी ओर, भाजपा का कहना है कि हर दा के मतदान के दिन सूची में नाम ढूंढने से ही पता चलता है वे कितने जागरूक मतदाता हैं। प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि वे इतने स्थानों से चुनाव लड़ते हैं कि उन्हें मालूम नहीं किस शहर या ग्रामीण क्षेत्र में उनका वोट है। भाजपा की जीत निश्चित है लिहाजा, उनके जैसे वरिष्ठ नेता को इस तरह की नाटकबाजी और हल्की राजनीति से बचना चाहिए।
मतदाता सूची में नाम नही होने के आरोपों पर पलटवार करते हुए श्री भट्ट ने कई गंभीर सवाल उठाए। कहा, मतदान को लेकर हरीश रावत कितने जागरूक हैं, यह इस बात से ही पता लगता है कि मतदान के दिन वह अपने मत को ढूंढने निकलते हैं। दअरसल, उन्हें यह मालूम ही नहीं वह कहां के मतदाता है ? क्योंकि कभी वह हरिद्वार से चुनाव लड़ते हैं, कभी अल्मोड़ा से चुनाव लड़ते हैं। कभी उधमसिंह नगर से लड़ते हैं। उन्हें यह ही मालूम ही नहीं कि वे ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता है या शहरी क्षेत्र के।
जबकि सच्चाई यह है कि जब हार स्पष्ट सामने दिखाई देने लगती है तो आदमी इसी तरीके की बहानेबाजी करता है। उनका देहरादून में अपना वोट ढूंढना, इसी और इशारा करता है।
इसलिए उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि उन्हें भी जागरूक मतदाता बनना चाहिए और समय रहते अपने मत को सुनिश्चित करना चाहिए था। भट्ट ने स्वयं अपना उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा, मैं भी ग्रामीण क्षेत्र का मतदाता हूं। इसी वजह से मैं भी आज स्वाभाविक रूप से वोट नहीं कर पाऊंगा। बेहतर होता कि हरदा भी इस सच्चाई को स्वीकार करते ।।