देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को लक्ष्मण चौक, देहरादून में आयोजित रावण, लंका दहन एवं दशहरा मेला कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक और जीवन में सच्चाई, धर्म, और नैतिकता की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। कोई व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली हो, अगर वह धर्म और सत्य के मार्ग से विचलित होता है, तो उसका अंत निश्चित है। रावण के अहंकार, अधर्म और अन्याय ने उसे विनाश की ओर धकेला।
उन्होने कहा भगवान श्रीराम का जीवन हमें सत्य, धर्म और कर्तव्य का मार्ग दिखाता है। उनका जीवन एक आदर्श राजा, आदर्श पुत्र और आदर्श पति के रूप में प्रेरणा का स्रोत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम से हमें शक्ति और ज्ञान का सही उपयोग समाज के कल्याण हेतु करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में श्रीराम जन्म भूमि के अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दिव्य एवं भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। राज्य सरकार भी प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण हेतु प्रयासरत है। उन्होंने कहा राज्य के धार्मिक स्थल और सांस्कृतिक मेले, राज्य की आस्था के केंद्र हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामराज्य का आदर्श हर व्यक्ति को समान अधिकार और सम्मान देने से है। राज्य सरकार भी रामराज्य के आदर्शों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने हेतु विधेयक पारित कर दिया है। राज्य सरकार उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार से डेमोग्राफी चेंज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पवित्र भूमि का सनातन स्वरूप सदा के लिए सुरक्षित रहेगा।
इस अवसर पर केबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, राजसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री खजान दास, श्री दिनेश अग्रवाल, श्री राकेश अग्रवाल, श्री सिद्धार्थ अग्रवाल, श्री पुनीत मित्तल, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।