उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने आफलाइन व्यवस्था समाप्त की
आवेदन के अघिकतम 20 दिन में जारी हो जाएगा पंजीकरण प्रमाण पत्र
देहरादून। उत्तराखंड में चिकित्सकों का पंजीकरण अब आनलाइन ही होगा। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने नियमों में बदलाव करते हुए आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था बंद कर दी है।
गौरतलब है कि मेडिकल प्रैक्टिशनर के लिए राज्य की मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण कराना जरूरी होता है। उसके बाद ही वह प्रैक्टिस कर सकते हैं। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल में वर्ष 2017 में आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था लागू की थी। पर चिकित्सकों के लिए आफलाइन का विकल्प भी खुला रखा था। पर अब मेडिकल काउंसिल ने आफलाइन व्यवस्था खत्म कर दी है। अब चिकित्सक सिर्फ आनलाइन ही पंजीकरण कर सकते हैं।
काउंसिल उनका आनलाइन सत्यापन करेगी और उसके आधार पर ही उनका पंजीकरण किया जाएगा। उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डा. सुधीर पांडेय ने बताया कि काउंसिल ने पंजीकरण के नए नियम लागू कर दिए हैं और इसके तहत अधिकतम 20 दिन में चिकित्सकों को पंजीकरण प्रमाण पत्र मिल जाएंगे।
डा. पांडेय ने बताया कि पंजीकरण कराने के बाद चिकित्सकों को दस्तावेजों के सत्यापन के लिए भी काउंसिल में आने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मूल दस्तावेजों का सत्यापन भी आनलाइन ही किया जाएगा। यदि कोई दस्तावेज ठीक से अपलोड नहीं होगा तो आवेदन रद कर दिया जाएगा और फिर उन्हें नए सिरे से आवेदन करना होगा। इस स्थिति में पूर्व जमा आवेदन शुल्क रिफंड नहीं होगा।