देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की नीति अपनाते हुए हरिद्वार प्रकरण पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता पूर्व मंत्री ख़ज़ान दास ने कटाक्ष किया कि एक तरफ कांग्रेस विधायक हरीश धामी क्षेत्रीय विकास के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात करते हैं और उनका नेतृत्व वर्ग विशेष के तुष्टिकरण के लिए उत्सुकता दिखा रहा है।
दरअसल कांग्रेस में अपने कोर वोट बैंक का बड़ा नेता साबित करने की ऐसी होड़ है कि उन्हे सीएम से मुलाकात के बाद 24 घंटे इंतजार करना भी भारी लगा और आंदोलन की घोषणा कर दी। इस पूरे विषय पर पार्टी का स्पष्ट मत है कि सभी को निष्पक्ष कानूनी प्रक्रिया में पूरा सहयोग करना चाहिए। किसी की भी मौत का होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होता है, लेकिन बिना पुख्ता तथ्यों को जाने, जांच प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े करना किसी भी तरीके से उचित नहीं कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि तुष्टिकरण की राजनीति के तहत कांग्रेस नेता इस प्रकरण का राजनैतिक लाभ लेनें के लिए वर्ग विशेष में भ्रम फैलाकर माहौल खराब करना चाहती हैं । क्योंकि पुलिस की तरफ से मृतक को लेकर अब तक जो भी बयान सामने आए हैं वह बेहद गंभीर हैं । हालांकि हमें मालूम है कि गौकशी जैसी किसी भी ऐसी सनातन विरोधी घटना पर कांग्रेस का रुख नकारात्मक रहना तय है।
उन्होंने हैरानी जताई कि कल ही मुख्यमंत्री से कांग्रेस के सभी बड़े विधायकों ने मुलाकात कर जांच की मांग की है और अब 24 घंटे का इंतजार किए बिना ही, वोट बैंक की राजनीति को तरजीह देते हुए आंदोलन करने की घोषणा की है। कांग्रेस का यह रवैया स्पष्ट करता है कि मुख्यमंत्री या किसी अधिकारी से उनकी मुलाकात पूरी तरह ढोंग थी और वे पहले से ही रणनीति के तहत इस घटनाक्रम पर आगे बढ़ रही है। अफसोस जो कांग्रेस सीबीआई समेत तमाम केंद्रीय जांच एजेंसी पर सवाल खड़े करती थी आज वही तमाम प्रकरणों की जांच सीबीआई से कराने पर आमादा है। क्योंकि कांग्रेस इस घटनाक्रम को लेकर जल्दी न्याय के पक्ष में नहीं है । बल्कि इसे ज्वलंत रखते हुए, इसकी आंच पर अपनी राजनीतिक रोटियां सीखना चाहती है।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि भाजपा सरकार मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में कानून व्यवस्था को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है और बिना किसी राजनैतिक दबाव के, इस पूरे प्रकरण की भी विस्तृत जांच के बाद सभी आवश्यक करवाई करेगी।