दून पुलिस ने खंगाली गुप्ता बंधुओ की आपराधिक कुंडली
देहरादून। बिल्डर सत्येंद्र साहनी के आत्महत्या मामले में पुलिस ने गुप्ता बंधुओं की आपराधिक कुंडली खंगाली। पुलिस को पता चला कि गुप्ता बंधुओं के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा जालसाजी और अन्य मुकदमे दर्ज हैं। गुप्ता बंधुओ द्वारा मृतक सत्येंद्र साहनी पर दबाव बनाने के लिए सहारनपुर पुलिस को गलत तिथि अंकित करके प्रार्थना पत्र दिया गया था। इस बीच, कोर्ट परिसर में गुप्ता बंधुओं पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्याही फेंकी और उनके खिलाफ आवाज उठाई।
पुलिस के अनुसार सत्येंद्र साहनी द्वारा देहरादून पुलिस को गुप्ता बंधुओ के विरुद्ध 16/5/2024 को प्रार्थना पत्र दिया था। गुप्ता बंधुओ ने सतेंद्र साहनी पर दबाव बनाने के लिए 20/5/ 2024 को सहारनपुर पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया जिसमें द्वेषपूर्ण तरीके से दिनांक 9/5/2024 अंकित कराया गया जिससे सत्येंद्र साहनी पर दबाव बना सके कि उनके द्वारा सत्येंद्र साहनी से पहले पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया गया है। दून पुलिस ने मुकदमे की विवेचना के दौरान गुप्ता बंधुओ द्वारा अपने पक्ष में बयानों के दौरान सहारनपुर पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र की सच्चाई का पर्दाफाश किया है।
पुलिस ने बताया कि दिनांक 24 /5 /24 को थाना राजपुर में पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 119 / 24 धारा 306,385,420 भादवी की विवेचना में जब राजपुर पुलिस द्वारा अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता के पूर्व आपराधिक इतिहास के बारे में सहारनपुर से जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि उपरोक्त दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश में 06 मुकदमे पंजीकृत है। विवेचना के दौरान अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता द्वारा पुलिस को यह बताया गया कि उनके द्वारा दिनांक 09/5/24 को सहारनपुर पुलिस को एक शिकायती प्रार्थना पत्र बनाम सतेंद्र साहनी( मृतक) के विरुद्ध दिया गया था किंतु राजपुर पुलिस द्वारा जब उक्त प्रार्थना पत्र के बारे में विवेचना/जांच की गई तो पता चला कि उक्त प्रार्थना पत्र 9/5/24 के बजाय 20/5/24 को सहारनपुर पुलिस को दिया गया था। उक्त प्रार्थना पत्र के बारे में गुप्ता बंधुओं द्वारा जानबूझकर सत्येंद्र साहनी( मृतक) को बताया गया था जिससे वह काफी परेशान हो गए था।