यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के पहॅॅुचने का क्रम निरंतर जारी
— यमुनोत्री धाम में गत दिन सर्वाधिक 15800 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए
– दोनों धामों में कपाट खुलने के बाद गत दिन सर्वाधिक 2740 वाहन पहॅुचे
– गेट व वन-वे व्यवस्था लागू किए जाने से ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू
– होल्डिंग प्वाईंट्स व ठहराव समय को कम करने के साथ ही यात्री सुविधाएं बढाने पर जोर
उत्तरकाशी। जिले में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के पहॅॅुच रहे हैं। यात्रा सुचारू और सुव्यस्थित रूप से संचालित हो रही है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के 9 दिनो के भीतर ही इन दोनों धामों में पहॅॅुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा दो लाख के पार हो जाने की संभावना है। दिनों-दिन यात्रियों की संख्या बढने के बावजूद यात्रा व्यवस्था को विनियमित किए जाने के फलस्वरूप धामों में एक साथ भीड़ उमड़ने की स्थिति पैदा नहीं हो रही है और यात्री सुव्यवस्थित रूप से दर्शन कर रहे हैं।
यात्रा रूटों पर वाहनों की संख्या भी लगातार बढती जा रही है। गेट व वन-वे व्यवस्था लागू किए जाने से ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण में बनी हुई है। जिसे देखते हुए होल्डिंग एरिया एवं होल्डिंग टाईम को कम किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। प्रशासन के द्वारा होल्डिंग एरिया में रोके गए यात्रियों के लिए पानी, भोजन एवं चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ ही इन स्थानों पर यात्री सुविधाओं को बढाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इस काम में अनेक विभागों को जुटाया गया है।
यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा मार्ग व यात्रा पड़ावों पर लगातार रात-दिन दौरा कर यात्रियों से मुलाकात करने के साथ ही यात्रा प्रबंधन में जुटे प्रशासन एवं पुलिस के अमले का मार्गदर्शन कर रहे हैं। नतीजतन धामों पर एकाएक भीड़ उमड़ आने और ट्रैफिक संचालन की समस्याओं को तुरंत ही नियंत्रण में कर लिया गया है।
ट्रैफिक विनियमित करने के लिए प्रशासन एवं पुलिस के द्वरा यात्री वाहनों को रोके जाने के लिए निर्धारित होल्डिंग प्वाइंट्स की स्थिति एवं आवश्यकता की निरंतर समीक्षा कर इसमें यात्रियों की सुविधा को देखते हुए बदलाव एवं सुधार किए जा रहे हैं। अधिक सुविधाजनक जगहों पर ही होल्डिंग प्वाइंट्स रखे जाने और इनमें ठहराव के समय को भी कम से कम किए जाने की रणनीति तैयार कर उस पर अमल किया जा रहा है। प्रशासन के द्वारा होल्डिंग एरिया में जलापूर्ति, बिजली, टॉयलेट्स की सुविधाएं बढाई गई है और मोबाईल चिकित्सा टीमों को भी इन क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर होल्डिंग रोके जाने वाले यात्रियों के लिए यात्रियों को पेयजल, चाय, दूध, भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी कराई जा रही हैं और यात्रियों को वस्तुस्थित से अवगत कराते हुए व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग का अनुरोध किया जा रहा है। इन इंतजामों में विभिन्न विभागों के साथ ही ग्राम्य विकास विकास विभाग की आजीविका परियोजना एवं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाएं भी सहयोग कर रही हैं और लोक निर्माण व वन विभाग जैसे संगठन भी अपने स्तर यात्रियों की सहायता हेतु आगे आए हैं।
प्रशासन के द्वारा रामलीला मैदान में शुरू कए गए लंगर में खुद मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने यात्रियों को भोजन परोसा। यात्रा मार्गों व धामों पर भीड़ के कारण उत्पन्न वस्तुस्थिति से वाकिफ तीर्थयात्री प्रशासन के इंतजामों से संतुष्ट होकर वाहनों के नियंत्रित संचालन की व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं।
वाहनों के नियंत्रित आवागमन की व्यवस्था के साथ ही प्रशासन ने यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर डंडी-कंडी एवं घोड़े-खच्चरों के रोटेशन एवं विनियमन को भी सख्ती से लागू करने पर जोर दिया है। यमुनोत्री धाम में गत दिन सर्वाधिक 15800 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। धाम में एक दिन में आने वाले श्रद्धालुओं का यह नया रिकॉर्ड है। गंगोत्री धाम में भी गत दिन 14010 श्रद्धालु पहॅॅुंचे। कपाट खुलने के बाद इन दोनों धामों में पिछले दिन तक 186275 तीर्थयात्री पहॅॅुंच चुके हैं और आज यह आंकड़ा दो लाख के पार हो जाने की उम्मीद है।
प्रशासन के द्वारा होल्डिंग प्वाईंट्स में रोके गए वाहनो व यात्रियों की संख्या की हर दो घंटे में समीक्षा कर वाहनों का मूवमेंट सुनिश्चित कराया जा रहा है और धारण क्षमता की उपलब्धता के अनुसार ही वाहनों को भेजने के लिए पड़ोसी जिलां से निरंतर संवाद व समन्वयन बनाया गया है।