देहरादून। देहरादून शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में गुलदार के आतंक से लोग सहमे हुए हैं। रविवार रात सवा आठ बजे गलज्वाड़ी में 10 साल के बच्चे को गुलदार ने निवाला बना लिया। सका। बच्चे के परिवारजनों ने बच्चे को गुलदार के मुंह से छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने को लेकर ग्रामवासियों ने देर रात जमकर हंगामा किया। वन विभाग व पुलिस ने देर रात तक कांबिंग कर गुलदार को तलाशा, लेकिन वह वन कर्मियों के जाल में नहीं आ सका। दो माह में गुलदार के हमले की यह तीसरी घटना है। इससे पूरे क्षेत्र में दहशत है।
रविवार को मरोड़ी गांव की गुज्जर बस्ती में 10 साल का रियासत अली देर शाम घर के पास ही बाहर निकला। जहां झाड़ियों में घात लगाकर बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया। चीखने पर बच्चे के पिता मीर हमजा अन्य लोगों के साथ बाहर आए और गुलदार के जबड़े से बच्चे को छुड़ाने का प्रयास किया। शोर सुनकर बस्ती के अन्य लोग भी वहां आ गए। जिस पर गुलदार बच्चे को छोड़कर जंगल में भाग गया। बुरी तरह घायल बच्चे को जब तक अस्पताल ले जाया जाता उसने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। बस्ती में बच्चे की मौत से कोहराम मच गया। वन विभाग की तीन टीम देर रात तक गुलदार की तलाश में कांबिंग करती रहीं।
ग्रामीणों ने पुलिस और वन कर्मियों को घेरा
मरोड़ी गांव के निवासियों ने बच्चे पर गुलदार के हमले के बाद जमकर हंगामा किया। पुलिस और वन कर्मियों का घेराव करते हुए उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि कई दिनों से गुलदार क्षेत्र में घूम रहा था और शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं को गई। गुलदार पिछले कुछ दिनों में पांच बार हमले का प्रयास कर चुका है।
दो महीने पहले सिगली में बच्चे को बनाया निवाला
दिसंबर अंत में राजपुर क्षेत्र में अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी से आगे सिंगली गांव से एक चार साल के बच्चे को गुलदार उठाकर ले गया था। गांव में आयांश निवासी ग्राम सिंगली उम्र 4 वर्ष को उनके घर के आंगन से गुलदार उठाकर ले गया और उसका क्षत विक्षत शव मिला था। तब से ही क्षेत्र में वन विभाग गुलदार की तलाश कर रहा था, लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा था। बताया जा रहा है कि उसी गुलदार ने अब गलजवाड़ी में बच्चे पर हमला किया।