आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के गुरु हैैं जगद्गुरु रामभद्राचार्य
ऋषिकेश मेें स्वामी चिदानंद सरस्वती से की मुलाकात, किया गंगा पूजन
देहरादून। बागेश्वर धाम के पीठाधीश आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सिनर्जी अस्पताल में भर्ती अपने गुरु तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज का हाल जाना। वह करीब दो घंटे उनके साथ रहे।
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य से मुलाकात के बाद ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन पहुंचे। जहां उन्होंने गंगा पूजन किया। उन्होंने स्वामी चिदानंद सरस्वती को मार्च में बागेश्वर धाम में 151 सामूहिक कन्या विवाह महोत्सव में नव-विवाहित दंपती को आशीर्वाद देने के लिए आमंत्रित किया है। स्वामी चिदानंद ने कहा कि सनातन संस्कृति के अग्रदूत युवा संत आचार्य धीरेंद्र शास्त्री आदिगुरु शंकराचार्य के पदचिह्नों का अनुकरण करते हुए सनातन की मशाल लेकर आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही सनातन धर्म को हर सांस में जीते हुए सनातन संस्कृति की अविरल धारा, सनातन गंगा निरंतर प्रवाहित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गंगा की निर्मलता और सनातन की दिव्यता का दीप हर दिल में प्रज्वलित हो क्योंकि सनातन है तो हम हैं। सनातन है तो संस्कार, संस्कृति और जीवन के मूल्य है। आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती और मां गंगा का पावन सान्निध्य पाकर अभिभूत हूं। यह मिलन जीवंत व जागृत कर देने वाला है। मेरे लिए ये दिव्य पल करूणा, प्रेम, श्रद्धा, विश्वास के अद्भुत पल हैं। वास्तव में इस तट से सनातन के संदेश के साथ संस्कृति और संस्कारों का उद्घोष प्रतिदिन होता है। उन्होंने स्वामी चिदानंद के पावन सान्निध्य में गंगा तट पर कथा आयोजित करने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थान वास्तव में अपार शांति प्रदान करने वाला है।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रवीण तोगडिय़ा ने भी अस्पताल पहुंचकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य के स्वास्थ्य की जानकारी ली। सिनर्जी के एमडी कमल गर्ग ने बताया कि जगद्गुरु की हालत में हर दिन सुधार हो रहा है। चिकित्सक तीन से चार दिन में उनके पूरी तरह से स्वस्थ होने की उम्मीद जता रहे हैं।