देहरादून: सीबीआई ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में स्वीपिंग मशीन व दवा खरीद में करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाले पांच आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
वर्ष 2022 में एम्स में रोड स्वीपिंग मशीन व केमिस्ट स्टोर के आवंटन में टेंडर प्रक्रिया को ताक में रख करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का घोटाला का खुलासा हुआ था। सीबीआइ के इस मामले का संज्ञान लेते हुए माइक्रोबायलाजी विभाग के तत्कालीन प्रोफेसर सहित नौ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। प्राथमिक जांच में सीबीआइ ने माइक्रोबायलाजी विभाग के तत्कालीन प्रोफेसर बलराम ओमर, एनाटमी विभाग के तत्कालीन प्रोफेसर बृजेंद्र सिंह, तत्कालीन सहायक प्रोफेसर अनुभा अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत और लेखाधिकारी दीपक जोशी के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद पांचों आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।